नई दिल्ली/जयपुर। केन्द्रीय स्वास्थ्य और कल्याण मंत्री डा हर्ष वर्धन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार देश के आंकांक्षी जिलों में 75 नये मेडिकल कॉलेज खोलने के काम में जुटी है।
आज तमिलनाडु के रामानाथपुरम और विरुधनगर में एक एक नये मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखने के समारोह की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि इससे देश में उन्नत स्वास्ध्य सेवाओं का विस्तार होगा और सबके लिये स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने के काम में तेजी आयेगी। डा हर्ष वर्धन ने कहा कि भारत सरकार तमिलनाडु में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रसार के लिये भरसक प्रयास कर रही है। राज्य में मदुरई में एम्स के निर्माण का कार्य प्रगति पर है।
भारत सरकार ने इस राज्य में 11 मेडिकल कॉलेज निर्माण की मंजूरी दी है। इनमें से दो कालेजों के निर्माण कार्य का आज शुभारंभ किया गया है। रामानाथपुरम मेडिकल कॉलेज 14 एकड़ भूमि पर बनेगा और इस पर 473करोड़ रुपये की लागत आयेगी। इसमें 615 बिस्तर का अस्पताल भी होगा। विरुधनगर मेडिकल कॉलेज 15 एकड़ भूमि पर बनेगा और इस पर 508 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। इसमें 615 बिस्तर का अस्पताल भी होगा। दोनों कॉलेज में एमबीबीएस की 150-150 सीटें होंगी। डा हर्ष वर्धन ने कहा कि इन कॉलेजों के खुल जाने से नजदीकी जिलों की जनसंख्या को भी फायदा मिलेगा। मुख्यमंत्री ई पलनिस्वामी ने कॉलेजों की आधारशिला रखी जबकि स्वास्थ्य मंत्री विजय भास्कर इस अवसर पर उपस्थित थे।
डा हर्ष वर्धन ने कहा कि केन्द्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना से देश के 50 करोड़ लोगों को मुफ्त उत्तम उपचार मिल रहा है। यह जन स्वास्थ्य की विश्व में सबसे बड़ी कल्याणकारी योजना है। इसके तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और उप केन्द्रों को उन्नत बना कर स्वास्थ्य औऱ आरोग्य केन्द्रों में बदला जा रहा है।इएससे सबके लिये स्वास्थ्य का लक्ष्य हासिल करने में तेजी आयेगी। उन्होंने कहा कि हमने ऐसे कारगर एहतियाति प्रयास किये हैं जिनसे कोरोनावायरस को भारत में प्रवेश नहीं करने दिया गया। हमने 2025 तक देश से टीबी का खात्मा करना है।